परन्तु हिम्मत मत हारिये. कलाकार के मानसिक, बौद्धिक और भावात्मक उपकरण का विश्लेषण करना अभी बाकी है, जो एक दिन किया जायेगा.
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टूटती शृंखलाएँ ' संक्रमण-युग के युगान्तरकारीकाव्य की भूमिका बनकर आयी है और निःसंदेह भावी समाज के अधिकांश भावात्मक उपकरण उसमेंअंकुर रूप में देखे जा सकते हैं।
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‘टूटती शृंखलाएँ ' संक्रमण-युग के युगान्तरकारी काव्य की भूमिका बनकर आयी है और नि:संदेह भावी समाज के अधिकांश भावात्मक उपकरण अंकुर रूप में उसमें देखे जा सकते हैं।
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टूटती शृंखलाएँ ' संक्रमण-युग के युगान्तरकारी काव्य की भूमिका बनकर आयी है और निःसंदेह भावी समाज के अधिकांश भावात्मक उपकरण उसमें अंकुर रूप में देखे जा सकते हैं।
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टूटती शृंखलाएँ ' संक्रमण-युग के युगान्तरकारी काव्य की भूमिका बनकर आयी है और नि: संदेह भावी समाज के अधिकांश भावात्मक उपकरण अंकुर रूप में उसमें देखे जा सकते हैं।